कांग्रेस की तरह उनकी घोषणाएं भी फर्जी :केदार कश्यप
कांग्रेस के 5 साल के शासन में जनता ने देख लिया कांग्रेस जनता को कुछ देने का नहीं केवल लूटने का काम करती है: केदार कश्यप
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की पत्रकार वार्ता पर तीखा पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस की कई फर्जी घोषणाओं को छत्तीसगढ़ की जनता ने 2018 के चुनाव में भी सुना था घोषणाएं पूरी नहीं हुई कांग्रेस पार्टी की तरह ही कांग्रेस की घोषणाएं भी फर्जी हैं झूठ का पुलिंदा जनता इसके कई प्रमाण देख चुकी है।
श्री कश्यप ने कहा छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने महिलाओं को ₹500 देने का वादा किया था 5 साल में एक भी महिला को ₹500 की राशि नहीं दी गई। जिन लोगों ने 5 साल ₹500 नहीं दिया अब वह ₹8000 प्रति महीना देने का वादा कर रहे हैं और यह कहने में उन्हें किसी प्रकार की कोई शर्म भी नहीं आ रही है यही कारण है कांग्रेस पूरी तरीके से हर जगह से खदेड़ी जा रही है।
श्री कश्यप ने कहा कि किसान के साथ न्याय की बात करने वाली कांग्रेस सरकार जब केंद्र में 10 वर्ष थी तब धान खरीदी का 10 वर्षों में किसानों को कल 4.4 लाख करोड़ ही भुगतान किया था जबकि मोदी जी की सरकार ने 12 लाख करोड़ से ज्यादा का भुगतान किया जब यह सरकार में रहते हैं तब कुछ करते नहीं और जब विपक्ष में आते हैं तो बड़ी-बड़ी बातें करते हैं।
युवा न्याय के विषय पर श्री कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ में युवाओं के हक को कांग्रेस ने किस प्रकार मारा किस प्रकार पीएससी घोटाला किया, किस प्रकार नौकरी देने का वादा पूरा नहीं किया, किस प्रकार युवाओं का 15 हजार करोड़ का बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया, किस प्रकार कांग्रेस सरकार से तंग होकर छत्तीसगढ़ के युवाओं को नग्न प्रदर्शन करना पड़ा यह सब ने देखा है और युवाओं ने अपने साथ हुए अत्याचार के खिलाफ ही सरकार को उखाड़ फेंका,युवाओं के साथ इतना अन्याय करने वाली कांग्रेस फिर से युवाओं के साथ न्याय की नई घोषणाएं कर रही हैं यह हास्यप्रद है।
श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तो पत्रकारों के सवाल के जवाब में यह तक नहीं बता पाए की कितनी गरीब महिलाओं को वह ₹1 लाख प्रति वर्ष देंगे? क्योंकि देश में अगर वह 50 करोड़ महिलाओं को भी यह राशि देंगे तो उसके लिए 50 लाख करोड रुपए की आवश्यकता होगी और इतना ही देश का एक साल का बजट है अतः यह सभी घोषणाएं कांग्रेस की तरह फर्जी है।