रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज कांकेर जिले में हुई नक्सल मुठभेड़ पर कहा कि कांकेर में आज दोपहर लगभग दो बजे जिला कांकेर के थाना छोटेबेटिया क्षेत्रांतर्गत बिनागुंडा एवं कोरोनार के मध्य हापाटोला के जंगल में डीआरजी एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में अभी तक 29 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। घायलों को अस्पताल में लाया जा रहा है।
मुठभेड़ में 03 जवान भी घायल हुए हैं, उनका उपचार किया जा रहा है। घायल जवानों की स्थिति सामान्य और खतरे से बाहर हैl
यह ऐतिहासिक सफलता है। मैं इस मुठभेड़ में शामिल सभी जवानों और सुरक्षा अधिकारियों को बधाई देता हूँ। छत्तीसगढ़ के नक्सल मामलों के इतिहास की यह सबसे बड़ी सफलता है। माओवादी लोकतंत्र में आस्था नहीं रखते और हर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को हिंसात्मक गतिविधि से प्रभावित करते हैं। इस मामले में भी ऐसा लगता है कि माओवादी चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश में थे।
मुठभेड़ का क्षेत्र बस्तर और कांकेर दोनों लोकसभा क्षेत्र के नजदीक है। बस्तर में तो दो दिन बाद ही चुनाव है। कल चुनाव प्रचार भी वहाँ बंद हो जाएगा। इससे पहले भी माओवादी बस्तर में चुनाव बहिष्कार का और अन्य तरह से चुनावी संभावनाओं को प्रभावित करने का कुचक्र रचते रहे हैं। इस बार भी वे बड़ी वारदात को कोशिश में थे जिसे सीमा सुरक्षा बलों और पुलिस ने नाकाम कर दिया है।
हमारी सरकार माओवादी आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्र में नियद नेल्लानार आदि योजनाओं के ज़रिये विकास सुनिश्चित करते हुए, आलोकतांत्रिक हिंसा के विरुद्ध कड़ाई से निपटने के सिद्धांत के साथ, इस समस्या के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। जैसा कि भारत के माननीय गृह मंत्री जी ने आह्वान किया था, हमारी प्राथमिकता बस्तर को नक्सल मुक्त करने की है।
निश्चित ही बस्तर में शांति बहाली की दृष्टि से यह बड़ी सफलता है, हालांकि सरकार यह चाहती है कि खून-खराबे का यह खेल बंद हो। हम फिर से माओवादियों से यह कहना चाहते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ें। विकास की मुख्यधारा में शामिल हों। उनके आतंक और हिंसा से कोई समाधान नहीं निकालने वाला है।
इस ऑपरेशन में लगे सुरक्षा बलों और पुलिस को फिर से बधाई। धन्यवाद।