सौ की उम्र में मतदान, नई पीढ़ी के लिए मिसाल’


’सनपतिया और फूलमती की जीवन-गाथाएं बेहद रोचक’

कोरिया 04 मई 2024/
 शतायु भवः। यह वाक्य अक्सर भारतीय संस्कृति में आशीर्वाद देते समय कहा जाता है। जीवन में आने वाले हर प्रकार की कठिनाइयों, परेशानियों, समस्याओं को पार करते हुए, स्वस्थ, दीर्घायु जीवन की कामना करते हुए सौ बरस की उम्र तक जीने की आशीर्वाद दी जाती है। और यह वाक्य इन बुजुर्ग मतदाताओं के लिए लागू होता है।

बचरा पोड़ी तहसील के ग्राम बड़े कलवा, छापरपारा निवासी श्रीमती सनपतिया के घर मतदान दल पहुंचे तो, इस दादी-नानी माँ को देखकर लगा सचमुच यह सौ बरस की होगी। घर वालों ने और मतदान दल के अधिकारियों ने बताया कि सनपतिया की उम्र सौ बरस की है। उन्हें घर पर मतदान कराया जा रहा है।

श्रीमती सनपतिया को सुनाई कम देती है, जोर से बोलने पर बात की। खाने में क्या पसन्द है पूछा गया, तब उन्होंने कहा इस उम्र में अब क्या पसन्द होगी। इनकी बहू ने जानकारी दी कि वे बेहद अभाव में जिंदगी काटी है। कंदमूल खाकर इस उम्र तक जीवित है। परिवार वालो से कभी भी गुस्सा नहीं की। जरूर काम को लेकर हरदम चिंतित होती थी।

उनसे जब यह कहा गया कि घर में ही वोट डालना है। तब वह कहने लगी ‘डार हूँ दाऊ”। इस समझ और उत्सुकता ने मतदान टीम को हतप्रभ कर दी कि किस तरह अपनी जिम्मेदारियों और इस उम्र में भी कम शब्दों में वजनदार बात की।

इसी तरह ग्राम बुडार निवासी श्रीमती फूलमती भी बेहद शांत स्वभाव की है। जानकारी के अनुसार इनका भी उम्र सौ वर्ष पूर्ण हो चुकी हैं। फूलमती वोट देने को आतुर दिखी, उम्रदराज होने के कारण अस्वस्थ थीं। लेकिन बात, व्यवहार बहुत ही शालीन है। मतदान अधिकारियों ने उनसे मतदान कराया तो मुस्कान के साथ अंगुली में स्याही भी लगवाई।

बता दें तृतीय चरण के लोकसभा निर्वाचन के तहत जिले में 7 मई 2024 को मतदान होना है। इसके पहले मतदान दलों द्वारा घर-घर पहुंचकर मतदान कराया जा रहा है। इसी कड़ी में इन दोनों बुजुर्गों से घर में ही मतदान कराया गया। इन दोनों बुजुर्ग महिलाएं वर्तमान मतदाताओं के लिए एक मिसाल है।

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