यहां माता, बहनों के करू भात के लिए पारंपरिक भोजन बनवाया गया है। जिसमें करेला चना, खेकशी, कढ़ाई पनीर, आलू मटर टमाटर ,कढ़ी पकौड़ा, दाल फ्राई, चावल, रोटी, पूड़ी, देहाती बड़ा, आलू चाप, मिर्ची पकौड़ा, चटनी २ प्रकार, गुलाब जामुन, बेसन बर्फी, अचार, पापड़, सलाद की व्यवस्था की गई है।
Related Posts
छत्तीसगढ़ में दो नई रेल लाइन परियोजनाओं के अंतिम सर्वे और डीपीआर निर्माण की मिली स्वीकृति
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया कोरबा से अम्बिकापुर और गढ़चिरौली…
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सभी जिला मुख्यालयों में आयोजित होंगे विशेष कार्यक्रम
मुख्यमंत्री श्री साय 21 जून को राजधानी में करेंगे योगाभ्यास जिला मुख्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों के मुख्य अतिथियों की सूची…
डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती पर मुख्यमंत्री साय ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर किया नमन
रायपुर, 06 जुलाई 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राष्ट्र की अखंडता और समाज की उन्नति के लिए आजीवन…